जबलपुर।शहर की शिक्षा और सियासत दोनों इन दिनों एक अजीब मोड़ पर हैं। अंजुमन इस्लामिया वक्फ बोर्ड के स्कूलों में “जुम्मे की छुट्टी” का फरमान जारी हुआ तो विवाद शुरू हो गया। और अब, उसी विवाद ने धमकियों का रूप ले लिया है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री मुजम्मिल अली ने आरोप लगाया है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने शुक्रवार की छुट्टी और रविवार को स्कूल लगाने के फैसले का विरोध किया था।
मुजम्मिल अली ने बताया कि गोहलपुर निवासी इसरार अंसारी ने पहले सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाली और बाद में फोन पर धमकाया। उन्होंने ओमती थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
मामला क्या है?
अंजुमन इस्लामिया वक्फ बोर्ड के अधीन शहर में चार स्कूल संचालित हैं। कुछ सप्ताह पहले बोर्ड ने आदेश जारी कर शुक्रवार को अवकाश और रविवार को कार्य दिवस घोषित कर दिया था। इस पर मुजम्मिल अली ने इसे “तालिबानी और पाकिस्तानी फरमान” बताते हुए जबलपुर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को शिकायत दी थी।
उनकी शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया। डिप्टी कलेक्टर आर.एस. मरावी और जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने मौके पर पहुंचकर स्कूल का ताला तुड़वाया और कक्षाएं शुरू कराईं। अधिकारियों ने अंजुमन इस्लामिया बोर्ड के अध्यक्ष अन्नू अनवर को सख्त निर्देश दिए कि स्कूलों में सामान्य शैक्षणिक दिनचर्या ही लागू रहे — “कहीं से भी ऐसा आदेश दोबारा लागू न हो।”
पुलिस जांच शुरू
थाना प्रभारी राजपाल सिंह बघेल ने बताया कि भाजपा नेता ने अपने साथियों के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दी है कि उन्हें एक व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने आवेदन लेकर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
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